बृजेश पाठक वरिष्ठ पत्रकार
शिवपुरी । आजाद समाचार । ग्वालियर संभाग के शिवपुरी जिले की मुखिया अनुग्रह पी कलेक्टर एवं सीसी ऐफ वन विभाग की छत्रछाया में खनिज ,रेत माफिया प्रकृति के विरुद्ध व मध्य प्रदेश शासन के नियमों को तार तार करते हुए दिनदहाड़े शासन के खजाने में डाका डालकर प्राकृतिक प्रकृति का संतुलन बिगाड़ रहे हैं ।
शिवपुरी जिले की जीवनदायिनी सभी प्राणियों ,मानव के कल्याण के लिए निर्मल बहने वाली सिंध ,पार्वती, महुअर, आदि नदियों के बक्छ स्थल को विदीर्ण कर खनिज, रेत माफिया चांदी के जूते की दम पर संपूर्ण शिवपुरी जिले की सभी नदी ,नालों से अवैध रेत का उत्खनन कर बिना ,नियम अनुसार टैक्स दिए कमलनाथ सरकार की अर्थ व्यवस्था को चौपट कर प्राकृतिक, संपदा का दोहन कर पर्यावरण का विनाश कर रहे हैं ।
सूत्रों से पता चला है कि सोन चिड़िया (करैरा अभ्यारण) की सीमा में 32 राजस्व ग्राम आते हैं । इन सभी ग्रामों के वा सन दे, अपने स्वामित्व की चल चल संपत्ति का विक्रय नहीं कर पाते इस कारण से सैकड़ों ग्रामीण भाइयों के बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हैं और शासन के महत्वपूर्ण विकास कार्य भी बंद हैं ।
उदाहरण के तौर पर देखना है तो मुख्य सचिव स्वयं आकर करैरा से भितरवार सड़क निर्माण कार्य को देख सकते हैं । जो गत 1 वर्ष से ग्राम रामनगर ,करही ,वहगबां, सीहोर ,हथेडा के मध्य सोन चिड़िया (करैरा अभ्यारण )प्रशासन के कारण अधूरा निर्माण कार्य बंद पड़ा है।
दूसरी तरफ दूसरी तरफ प्रशासन राजनेताओं की हठधर्मिता के कारण करैरा अभ्यारण (सोन चिड़िया) प्रतिबंध क्षेत्र की सीमाओं से निर्मल किसानों की जीवनदायिनी सिंधनदी ,महुअरनदी , के बक्छ स्थल हृदय को चीर कर रेत माफिया खनिज कलेक्टर एवं सीसी ऐफ वन संरक्षक की छत्रछाया के कृपा पात्र खनिज रेत माफिया दिन रात प्रतिबंध सोन चिरैया क्षेत्र करैरा अभ्यारण क्षेत्र की सीमा से लगे ग्राम चिता हारी बीजाौर,अंदौरा , सिलरा, बगेदरी, चिताहारी ,बागबां ,सीहोर आदि ग्रामों से अवैध रेत माफिया भितरवार, डबरा, ग्वालियर, शिवपुरी ,अशोकनगर ,गुना आदि के बाजारों में ओवरलोड ट्रक,ट्रैक्टर, डंपर ,हाईवा,भरकर ले जाते हैं । और शिवपुरी जिले का जिला प्रशासन मूकदर्शक बनकर आंखों पर धृतराष्ट्र गांधारी की तरह पट्टी बांधकर सब कुछ देखता रहता है ।
कांग्रेश एवं भाजपा के सफेदपोश खड्डा धारी नेताओं की और जिला प्रशासन की साइलेंट पार्टनर री में उक्त अवैध रेत का गोरख धंधा खूब बड़े स्तर पर संपन्न पुनः हो गया है । , ग्राम चिता हारी, बीजोर, सीहोर ,कल्याणपुर ,सिलरा ,अन दौरा, आदि ग्राम जो करैरा अभ्यारण सोन चिड़िया के प्रतिबंध क्षेत्र के ग्राम हैं , वहां से पुना: रेनिकालना प्रारंभ कर दिए हैं । जबकि शासकीय निर्माण कार शासन बंद करें हैं , शिवपुरी जिले के तमाम गणमान्य राष्ट्रभक्त लोगों ने मुख्य सचिव मध्यप्रदेश एवं पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश से मांग की है । कि सीबीआई द्वारा जांच करवा कर अवैध रेत के कार्य में संलग्न माफिया एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनता के बगुला भक्तों पर कार्रवाई की जाए नियमानुसार और जनता के सामने प्रचार प्रसार किया जाए अवैध गोरखधंधे में शामिल। लोगों का । सरकार द्वारा कैबिनेट में पास खनिज नीति का परिपालन शिवपुरी जिले में नहीं हो रहा है । सरकार के मुखिया श्री कमलनाथ चाहे तो अपनी सीआईडी पुलिस द्वारा या अपने अन्य मुख्य शाखा द्वारा उपरोक्त तथ्य की जांच करवा लें ।
*** अवैध रेत खनन में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र एवं मध्य प्रदेश सरकार से मांगा जवाब प्रशासन शिवपुरी जिले में हो रहे अवैध उत्खनन थाना सीहोर के ग्राम चिता हारी, नयागाव ,पुलाहा, सीहोर तथा थाना करैरा के। अंदौरा सिल्लरा बगदरी सिलारपुर, जुझाई, के संबंध में आज तक वास्तविक जानकारी राजस्व आयुक्त एवं सरकार व सुप्रीम कोर्ट को नहीं दे सके। का कारण रेत माफियाओं के सामने प्रशासन झुका है ।***
** जांच की प्रमुख बिंदु **
*1 प्रश्न क्या अभ्यारण से इन माफयाओ के पास एन जी टी की की परमिशन है ।*
*2 प्रश्न,,, करैरा भितरवार मार्ग पर एमपीआरडीसी या पी डब्लू डी और प्रधानमंत्री सड़क निर्माण विभाग से ओवर लोड वाहनों की परमिशन उक्त खदान संचालको ने ली क्या ।*