विश्व की के अधिकांश शहर प्रदूषण की चपेट में हैं । हम बात करें अपने देश की तो (w.h.o.) सर्वे के मुताबिक भारत की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के मामले में विश्व में पहले स्थान पर है । इसके बाद हमारे देश का कानपुर शहर प्रदूषण की चपेट में आता है ।
पॉलिथीन मुक्त भारत अभियान की सफलता के लिए जनमानस का प्रयास करना आवश्यक है ताकि अभियान सफल हो सके यह कोई आज का मामला नहीं है ? क्योंकि प्लास्टिक का उपयोग तो न जाने कब से हमारी जिंदगी में अपनी पैठ बना चुका है अब अगर इससे निजात पाना है । तो जब तक हम सब लोग प्रयास नहीं करेंगे तब तक सफलता संदिग्ध रहेगी ।
पूर्व सरकारों ने यह प्रयास क्यों नहीं किया इस सरकारों की सोच पर निर्भर करता है । लेकिन आने वाली पीढ़ियों को अगर हम प्रदूषण मुक्त पर्यावरण देंगे तो वह स्वास्थ्य जीवन शैली का आधार होगी । अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गाय के गोबर से बना साबुन और बांस की बोतलें लॉन्च की है । तो लोगों को प्लास्टिक की बोतलों के स्थान पर बांस की बोतलों का प्रयोग करना चाहिए ताकि पर्यावरण में सुधार हो सके इन उत्पादों को खादी ग्राम उद्योग ने तैयार किया है । सरकार और प्रशासन ने अपने तौर पर तो प्रदूषण दूर करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं । पर केवल सरकारी प्रयासों से कुछ होने वाला नहीं है जब तक जनमानस जागृत ना हो इससे सफलता निश्चित की जा सकती है । आओ हम सब मिलकर गांधी जी के 150 वी जयंती के उपलक्ष में भारत को पॉलीथिन मुक्त करने का संकल्प हीना ले बल्कि अपने सैम के प्रयासों से जितना हो सके इस दिशा में पर्यटन सील बनी रहे ।
बृजेश पाठक
प्रधान संपादक
जिला अभिमान पत्रकार
आजाद समाचार संकेत
करैरा शिवपुरी मध्य प्रदेश
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