टोड़ा सिद्ध पीठ के महंत श्री श्री 1008 महंत अनंत रामदास संत पंचतत्व में विलीन ।


करैरा । आजाद समाचार । शिवपुरी जिला करैरा तहसील के सिद्ध स्थल टोडा रामपुरा सिद्ध बाबा के स्थान पर गत 60 वर्षों से रम रहे । संत श्री अनंत राम दास जी महाराज जो सिद्ध बाबा महाराज के नाम से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश  एवं राजस्थान बा हरियाणा में प्रसिद्ध थे । जिनका मंगलवार आज दोपहर 2:30 बजे अंतिम संस्कार स्थानीय संत महात्मा एवं  उनके सभी भक्त श्रद्धालु और टोडा रामपुरा , चौका, काली पहाड़ी ,निचरौली ,श्वयोपुरा ,करोठा  एवं करैरा के लोगों ने बड़े ही हर्ष के साथ साउंड डीजे लगाकर शोभायात्रा निकाली शोभा यात्रा की खास बात निराली एक थी , कि इस शोभायात्रा में पुरुष एवं महिलाएं हरि नाम का संकीर्तन  गान करते हुए चल रहे थे और सिद्ध स्थल टोडा रामपुरा पर ही उनका अंतिम संस्कार किया गया । इस अवसर पर सभी उपस्थित बाबा के शिष्य एवं भक्तजनों ने उनकी दिव्य आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए ईश्वर से 2 मिनट का  मौन  रखकर प्रार्थना की । 

    स्मरण रहे श्री टोड़ा रामपुरा सिद्ध पीठ के महंत श्री अनंत राम दास जी सिद्ध बाबा से आशीर्वाद लेने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कई बार  आए हैं । भाजपा भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री कन्हैया लाल अग्रवाल मध्य प्रदेश शासन के अलावा कई सांसद विधायक एवं मंत्री गण तथा न्यायाधीश पत्रकार व प्रशासन एवं तमाम जनप्रतिनिधि महात्मा जी के दर्शन लाभ लेने के लिए सिद्ध पीठ पर आते रहते थे । महाराज जी की वाणी फलित थी ऐसा स्वम संवाददाता ने आजमाया है ।

                उनके अंतिम संस्कार एवं शोभायात्रा में  महात्मा  श्री नारायण दास उड़न छू महाराज आनंद सागर, महंत श्री संतोषानंद जी महाराज,  महंत श्यामदास  दिनारा ,सेवाराम दास  जी महाराज  टोडा रामपुरा ,हरिदास जी महाराज महंत मंशापूर्ण हनुमान करैरा, नारायण दास महाराज आनंद सागर,   महंत प्रदीप गिरी जी महाराज मारकंडेश्वर महादेव ,  महंत पुरुषोत्तम गिरी खंडेश्वरी महाराज अमोला, महंत हरिदास जी महाराज मंशापूर्ण हनुमान करैरा, प्रधान संपादक बृजेश पाठक, जगदीश प्रसाद  शास्त्री , भगत जी यादव दबरा, ओमकार लोधी पूर्व सरपंच दबरा टीला ,धर्मेंद्र जैन, परसोत्तम रावत, जगदीश यादव पूर्व सरपंच ,मानसिंह फौजी कांग्रेश प्रदेश महासचिव, रामसहाय यादव ,साहब सिंह यादव, भगवत सिंह यादव, राजेश यादव ,सहित झांसी शिवपुरी ग्वालियर एवं करैरा क्षेत्र के हजारों लोग शामिल थे ।