तहसीलदार, एसडीएम एवं कमिश्नर कलेक्टर से कि हर पटवारी के हलके में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग ।
करैरा । आजाद समाचार । शिवपुरी जिले की करैरा तहसील में वरिष्ठ अधिकारियों का नियमित ग्राम पटवारियों के हलके में भ्रमण ना होने एवं ग्राम कोटवारों से मासिक जानकारी प्राप्त ना करने के कारण सूत्रों की माने तो 10.000 =00 बीघा शासकीय भूमि पर अधिकांश ग्रामों में स्थानीय पटवारी से सांठगांठ कर भू माफिया अतिक्रमण कारी फसल कर अपनी एवं पटवारियों की जेबें भर रहे हैं ।
दूसरी ओर राजस्व विभाग के आर आई गिरदावर ,नायब तहसीलदार, तहसीलदार एवं एसडीएम ने सालों से ग्रामों में दिन एवं रात्रि में अपना कैंप नहीं लगाया है । जबकि मध्य प्रदेश सरकार एवं बल्लभ भवन भोपाल के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को फर्जी भ्रमण टूर प्रोग्राम की जानकारी दी जाती एवं हजारों रुपए का डीजल बा ta,,-da विलो का भुगतान कर शासन के खजाने में रक्षक ही डाका डाल रहे हैं । मान ले ऐसा नहीं फिर क्यों शासकीय भूमि पर अतिक्रमण वे संभार वे तादाद हो गया है ।
उदाहरण के तौर पर करैरा तहसील के पटवारी ग्राम सिरसौद ,अमोला ,अमोल, राजगढ़, छिरारी, दीवट, सिलान गर, लालपुर ,मामोनी कला डुमघना, सिलारपुर ,लंगूरी जुझाई, टीला दबरा ,बढ़ौरा, खैराई, ,थनरा, दिनारा ,करैरा ,सिरसौद, सलैया ,सा जोर जोगिया, अलगी, आवास, ना रही आदि ग्राम पटवारी हलकों के ग्रामों में 10.000=00 बीघा से अधिक शासकीय गोचर भूमि पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा बना हुआ है । कब्जा कर फसल उगा कर शासन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं ।
इस संबंध में ग्रामीण एवं शहर कस्बा करैरा तहसील के गणमान्य राजनेता, पत्रकार एवं किसान व व्यापारियों ने तहसीलदार, एसडीएम और जिलाधीश से शीघ्र हर पंचायत स्तर पर अतिक्रमण विरोधी कैंप लगाकर शासकीय गोचर भूमि को शासन एवं गौ माता के हित में मुक्त कराए जाने की मांग की है ।