सांसद ग्वालियर ने सीएए समर्थन में जनता को किया जागरूक
 




 

मुख्यमंत्री कमलनाथ बताएं सीएए लागू होने के बाद हिंदू, मुस्लिम या अन्य नागरिक किस सुविधा से वंचित होंगे- षेजवलकर

करैरा । आजाद समाचार। नागरिकता संशोधन कानून किसी की नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि धार्मिक आधार पर मदद करने वाला कानून है। किसी की एक अच्छे कानून को लेकर पूरा विपक्ष वोट बैंकों की राजनीति करते हुए देश की जनता को भ्रम के माध्यम से गुमराह कर रहा है। 10 जनवरी, 2020 को नागरिकता संशोधन कानून सीएए लागू हो गया है। अब माननीय कमलनाथ जी बताएं कि हिन्दू, मुस्लिम या अन्य नागरिक किस अधिकार या सुविधा से वंचित होंगे या उनकी नागरिकता कैसे खतरे में है। यह कानून काफी वर्षो से चल रहा है लेकिन इसमें संशोधन करते हुए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे हमारे भाईयों को सुरक्षा प्रदान कर नागरिकता देने का है। जिससे किसी का भी अहित नहीं होने वाला। उक्त बात सोमवार को ग्वालियर सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने करैरा के वार्ड-4 एवं वार्ड-7 में हेमंत शर्मा द्वारा सीएए के समर्थन में आयोजित संगोष्ठी में मुस्लिम भाइयों से व प्रबुद्धजनों से चर्चा करते हुए कही।

श्री शेजवलकर ने कहा कि देश के बंटवारे के समय जो लोग पाकिस्तान में रह गए थे, उन्हें हमारे नेताओं ने आश्वासन दिया था कि आप जब भी आएंगे, भारत आपको सम्मान देगा। अब मोदी जी ने इन पीड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून बनाया, तो कांग्रेसी, वामपंथी, ममता दीदी, केजरीवाल, इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कानून के तहत 2014 से जो पीड़ित अन्य देशों में अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त करते हुए पीड़ा झेल रहे थे ऐसे भाईयों को जो हमारे ही हैं उन्हें नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक का जीवन यापन कर रहे हमारे भाईयों पर काफी अत्याचार हुआ है और वे वह मुल्क छोड़कर हमारे देश में आए हैं तो हमें उन्हें न्याय देना जरूरी है, और वहीं कार्य हमारी सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि पीडित को सहारा और सुरक्षा देना हर सरकार का कर्तव्य है। लेकिन पूरा विपक्ष इस जनहित कानून को अहित होने वाला बताकर देश की जनता को भ्रम के माध्यम से गुमराह कर रहा है।

श्री शेजवलकर ने कहा कि जनजागरण अभियान के माध्यम से हम जनता के बीच पहुंचे और उन्हें विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम से दूर कर इस कानून की सच्चाई बताना है। उन्होंने बताया कि मोबाईल के मिस कॉल के माध्यम से, हस्ताक्षर अभियान, चैपाल लगाकर संगोष्ठी के माध्यम से घर-घर जाकर हमें इस कानून की जानकारी से अवगत कराते हुए इसके समर्थन में हस्ताक्षर कराकर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को भेजना है। यह बताना है कि देश की जनता उनके निर्णय के साथ है।

इस अवसर पर  रणवीर सिंह रावत,  जगदीश चैहान,भीकम साहू, मजीद भाई, नन्ने खां, यूनिस खां, हेमंत शर्मा, शिवसिंह यादव, नफीस खान, मुख्तयार खान, अब्दुल गफूर खान आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

इस कार्यक्रम से पूर्व ग्वालियर संासद श्री विवेक नारायण शेजवलकर करैरा में सरस्वती शिशु मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर श्री शेजवलकर ने कहा कि शिक्षा हासिल कर ही व्यक्ति सही मायने में एक सुखी जीवन जीता है, वहीं इसके विपरीत जो व्यक्ति शिक्षा ग्रहण नहीं करते हैं, उसे अपनी जिंदगी में दर-दर की ठोंकरे खानी पड़ती है, और अंततः बिना कुछ हासिल किए ही ऐसे व्यक्ति का जीवन समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही व्यक्ति के अंदर दुनिया की समस्त चीजों का बोध होता है, साथ ही उसे अपने जीवन में अच्छे और बुरे का पता चलता है। वहीं शिक्षा ही व्यक्ति को अंधविश्वास से दूर रखती है, उससे मन से डर भगाती है और किसी भी संदेह को मिटाने में उसकी मदद करती है।

इस अवसर पर  ज्ञान सिंह कौरव, प्रमोद त्रिपाठी,  अभिलाष सिंह चैहान, पीएन आर्य,  जगदीश सिंह चैहान आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।