सेवा सहकारी संस्था टोडा पिछोर पर ,मृदा पुनरुद्धार एवं उर्वरक संगोष्ठी संपन्न
सेवा सहकारी संस्था टोडा पिछोर मैं  मृदा पुनरोद्वार एवं  उर्वरक संगोष्ठी सम्पन्न

 करैरा । आजाद समाचार । इफको के तत्वाधान में कृषि, सहकारिता एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सहयोग से जल विलेय उर्वरक उपयोग एवं मृदा पुनरोद्धार संगोष्ठी गुरूवार को सेवा सहकारी समिति मर्या.टोडा पिछोर में आयोजित की गई। 
संगोष्टी में मुख्य अतिथि के रुप में जसवंत जाटव विधायक करैरा  मौजूद रहे। संगोष्ठी की अध्यक्षता उपायुक्त सहकारी संस्थाए  दिनेश चैरसिया ने की तथा विशेष अतिथि के रुप मे उपसंचालक कृषि , महा प्रबन्धक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. वाई.के.सिंह एवं उपमहाप्रबन्धक इफको ग्वालियर  एस.व्ही.सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी इफको रुपेन्द्र कुमार महोलिया आदि उपस्थित थे। संगोष्ठी में वैज्ञानिको ने कृषि, कृषि यंत्र आदि की तकनीकी जानकारी देते हुए खेती को लाभ का धन्धा बनाने की समझाइस दी।
संगोष्ठी में विधायक करैरा ने किसानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान उन्नत तकनीकी इस्तेमाल कर खेती को अधिक लाभकारी बनायें। उन्होने कहा कि टपक सिंचाई पद्धति अपनाकर कम पानी एवं कम खाद में अधिक पैदावार प्राप्त की जा सकती है। उन्होने किसानों को समझाईस दी कि वह अपने जानवरो के गोबर से नाडेप खाद बनाये या गोबर गैस लगवाकर, रसोई के लिए गैस एवं खेत के लिए खाद तैयार करें। कम्पोस्ट खादो का उपयोग करने से पैदावार बढेगी तथा रासायनिक उर्वरको का खर्च भी कम होगा। 
संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि इफको ग्वालियर के उप महाप्रबन्धक ने किसानो को सम्बोधित करते हुए इफको द्वारा शिवपुरी जिले मे चलाई जा रही गतिविधियो के बारे मे तथा इफको के उत्पाद एवं कृषको के लिए उनके महत्व के बारे मे विस्तार से बताया। कार्यक्रम मे उपस्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. मुकेश भार्गव ने किसानो को रबी फसलो मे खरपतवार नियंत्रण पर विस्तार से बताया। वैज्ञानिक डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह ने किश्मो के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि अच्छी किश्मो का उपयोग करना चाहिए। उपसचालंक कृषि श्री तोमर ने किसानो के सन्तुलित उर्वरक उपयोग एवं कृषि विभाग की सम्पूर्ण योजनाओ के बारे मे विस्तार से बताया। उपायुक्त सहकारी संस्था  ने किसानो को सहकारी संस्थाओ से जुडने के लिए कहा तथा सहकारिता का कृषकों के विकास में योगदान के बारे मे विस्तार से बताया एवं सहकारिता के महत्व के बारे मे बताया। कार्यक्रम मे इफको एमसी के  विजय द्विवेदी ने कीटनाशक दवाईयो के बारे मे विस्तार से बताया। 
इफको के क्षेत्रीय अधिकारी  आर.के.महोलिया ने संगोष्ठी के प्रारम्भ में सभी किसानो एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए इफको के सम्बन्ध मे विस्तार से जानकारी देते हुए किसानो को बताया की इफको के खाद को खरीदने पर किसान का बीमा हो जाता है, जिसे संकट हरण बीमा योजना के नाम से जाना जाता है, इसमे एक बोर पर 4000 रुपये का बीमा होता जिसकी अधिकतम सीमा 25 बोरे या 1 लाख रुपये है। जिस किसान के नाम से इफको का खाद खरीदा जाता है उसके बीमा एक साल के लिए हो जाता है, इसमे किसान की मृत्यु पर प्रति बोरा 4000 रुपये एवं 50 प्रतिशत नुकसान पर 2000 रुपये प्रति बोरा एवं 25 प्रतिशत के नुकसान पर 1000 रुपये प्रति बोरा बीमा नामित व्यक्ति को दिया जाता है।