खुदावाली ग्राम शमशान घाट के अंदर ,पशुयों ने भूख प्यास से दम तोड़ा।
सरपंच ,सचिव एवं पटवारी की निष्क्रियता के चलते मूक प्राणी पशु मरने को विवश ।
दिनारा । आजाद समाचार । करैरा पुलिस अनु विभाग के ग्राम खुदावली थाना दिनारा के श्मशान घाट की चार दीवारों के अंदर बंद पशुओं में से एक दर्जन गायों ने भूख , प्यास से तड़पते हुए दम तोड़ दिया है ।
सूत्रों से पता चला है कि ग्राम के सचिव सरपंच एवं पटवारी ने अपनी गलतियों को छुपाने के लिए गायों के शवों को श्मशान घाट एवं श्री हनुमान मंदिर के पास हिताची मशीन से गड्ढा खोदकर दफना दिया ।
दूसरी तरफ सरपंच सचिव के कहने पर ग्राम खुदा वर्ली का एक मजदूर गायों को श्मशान घाट की बाउंड्री के अंदर प्रतिदिन बंद करता है और यह मजदूर ही पशुओं को खोलकर पानी भी पिलाता है ।ऐसी जानकारी लगी है ।
गत 2 सप्ताह के अंदर ग्राम खुदा वर्ली के श्मशान घाट में डेढ़ दर्जन गाय पशुओं कि भूख प्यास से जीवन लीला समाप्त हो चुकी है । सरपंच ,सचिव ने तथा पटवारी ने अपनी गलतियों को छुपाने के लिए श्मशान घाट की बाउंड्री के अंदर तथा हनुमान मंदिर के आसपास शासकीय भूमि को खुदवा कर गायों के शवों को दफना दिया है ।
जिला प्रशासन या कोई भी प्रदेश का ईमानदार जनप्रतिनिधि चाहे तो ग्राम खुदा वली के शमशान घाट को खुदवा कर देख ले और मृत पशुओं का पीएम करवा ले तो पता चलेगा की गायों की मौत का कारण क्या रहा है ।
ग्राम कुदावली तथा आसपास के क्षेत्र में करीब 200 बीघा से अधिक शासकीय गोचर भूमि ग्राम के आसपास ग्राम पंचायत क्षेत्र में है । लेकिन ग्राम पंचायत सरपंच सचिव तथा पटवारी की निष्क्रियता के चलते ग्राम पंचायत क्षेत्र में गौशाला एवं गौ सैड नहीं बन सकी। इस कारण से मूक प्राणी पशु गौ माता भूख प्यास के कारण मरने को विवश हैं और यह सरकार कि नीति एवं जिला प्रशासन की कार्य कुशलता पर प्रश्न चिन्ह है ।
हमारे संवाददाता द्वारा श्मशान घाट का एक वीडियो जारी किया है । जिसको अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि देखें और कार्रवाई के लिए निर्णय लें ।
जिला प्रशासन एवं ग्रामीणों को याद होगा कि शासन ने प्रत्येक ग्राम में गौशालाओं को ग्राम पंचायत वार गौशाला सैड दिए थे । जिनकी राशि भी तत्सम उपलब्ध करा दी गई । लेकिन सरपंच ,सचिव तथा प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी के कारण आज तक गौशाला सैड नहीं बन सके और इसी का कारण है कि मूक पशु मरने को विवश हैं ।
इसी प्रकार की घटना दिनारा क्षेत्र के बैसोवारा , छितरपुर ग्राम में गत दो माह पहले भी घट चुकी है । इन ग्रामों में भी 2 दर्जन से अधिक पशुओं ने भूख प्यास से श्मशान की बाउंड्री यों के अंदर दम तोड़ा था । दिनारा थाना में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिकायत भी की थी । दिनारा पुलिस ने घटना का मौका मुआयना भी किया था । चेतावनी भी संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को दी गई थी ,लेकिन इसके बावजूद पुनः यह घटना घटित हो गई इसके लिए कौन दोषी होगा ।